दोस्तों आज मैं बात करने वाला उस कार कंपनी की जो अपनी शानदार कारों के लिए जानी जाती है और साथ ही इसके डिज़ाइन की तो बात ही अलग है। जिन्होंने इस कार कंपनी का निर्माण किया उसका नाम था एटोर बुगाटी जो की कलाकारों के परिवार से तालुक रखते थे। उनके पिता कार्लो बुगाटी फर्नीचर और ज्वेलरी पर डिज़ाइन करने का काम करते थे। क्योंकि परिवार में ज्यादातर लोग आर्टिस्ट थे उनका यही हुनर बुगाटी की गाड़ियों में भी देखने को मिलता है। दोस्तों एक समय तो ऐसा भी आया था जब कंपनी खत्म सी हो गयी थी। लेकिन फिर आगे चलकर ये कंपनी कैसे सफल हुई, तो चलिए जानते है इसका पूरा सफर।
शुरुआत
दोस्तों इस कहानी की शुरुआत आज से लगभग 108 साल पहले इटली के शहर मोलशैम में हुई थी। लेकिन लोगों के पास बुगाटी की गाड़ियां 1919 के बाद पहुँचना शुरू हुई। जब एटोर बुगाटी ने 15वें पेरिस मोटर शो में अपनी तीन गाड़ियां लोगों के सामने प्रस्तुत की और आगे चलकर बुगाटी की गाड़ियों ने रेसिंग जगत में भी काफी नाम कमाया। दोस्तों बता दूं कि बुगाटी की Type 35 को आज भी सबसे ज्यादा रेसिंग कम्पटीशन जितने वाली कार माना जाता है। Type 35 ने उस समय लगभग 2000 रेस जीती थी और फिर 1925 में Bugatti Type 36, 1929 में Bugatti Type 45 और 1939 में Bugatti Type 64 जैसी और कई गाड़ियां आई अभी तक तो सब कुछ ठीक चला था। लेकिन 1939 में एटोर बुगाटी के बेटे की अचानक मौत हो गई। इस घटना से बुगाटी के मालिक और कारों के बेताज बादशाह एटोर बुगाटी को बहुत धका लगा। उसके बाद दूसरे वर्ल्ड वॉर के ख़त्म होने तक बुगाटी को काफी नुकसान हुआ था। उसके बाद एटोर बुगाटी ने कारों की एक और सीरीज Bugatti Type 73 बनाई। लेकिन यह निर्णय भी विफल साबित हुआ और 1947 में कंपनी के मालिक
एटोर बुगाटी की मौत हो गई, इसके बाद तो कंपनी की स्थीति और भी खराब हो गई। 1952 में कंपनी ने अपने सारे ऑपरेशन बंद कर दिए। आगे चलकर कंपनी ने मार्केट में खुद को स्थापित करने के लिए कई बार प्रयास किया लेकिन प्रयास हर बार असफल रहा।
बुगाटी की नई शुरुआत
दोस्तों वैसे तो बुगाटी का सफर 1919 से शुरु हो गया था लेकिन बीच में कंपनी को कुछ बुरे दौर से गुजरना बड़ा जिसके कारण 1952 को कंपनी ने सारे ऑपरेशन बंद कर दिए थे। फिर आगे चलकर बुगाटी की वापसी सही मायने में 1987 में हुई। जब इटली के एक व्यपारी Romano Artioli ने बुगाटी को खरीद लिया। 1988 में इटली के शहर मोडना में नये प्लांट की नींव रखी और कंपनी ने पहला मॉडल बुगाटी EB110 GT बनाया था। फिर आगे चलकर 1998 में इसे वॉक्सवैगन ने खरीद लिया। यह डील इस बात की गवाह थी कि बुगाटी जिन ऊंचाइयों की हक़दार थी अब वह उसे मिलने वाली थी। फिर 2005 में बुगाटी ने VEYRON कारों की शुरुआत की जो की सबसे ज्यादा लोकप्रियता हासिल करने वाली गाड़ियों में एक हैं।
2005 से 2015 तक VEYRON कार लोगों ने खूब पसंद की और उसके बाद बुगाटी ने Chiron कारों पर काम करना शुरू किया। उम्मीद है CHIRON कार भी VEYRON की तरह ही बुगाटी को ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
दोस्तों उम्मीद है आपको बुगाटी का यह सफर जरूर पसंद आया होगा।