भारत के प्रमुख युद्ध



ई.पू. 261 – कलिंग का युद्ध (Battle of Kalinga) –  यह युद्ध सम्राट अशोक तथा कलिंगराज के मध्य हुआ था। इस युद्ध की विभीषिका ने सम्राट अशोक को द्रवित कर उन्हें भगवान बुद्ध की शरण में जाने के लिए विवश कर दिया था।
1191 ई. – तराइन का प्रथम युद्ध (First Battle of Tarain) – पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गोरी के मध्य हुए इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने गोरी को पराजित किया था।
1192 ई. – तराइन का द्वितीय युद्ध (Second Battle of Tarain) –  पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गोरी के मध्य हुए इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान गोरी से पराजित हो गए थे।
1526 ई. – पानीपत का प्रथम युद्ध (First Battle of Panipat) –  बाबर और इब्राहिम लोधी के मध्य हुए इस युद्ध में बाबर ने लोधी को पराजित किया था। इसी युद्ध से भारत में मुगल साम्राज्य की नींव पड़ी।
1527 ई. – खानवा का युद्ध (Battle of Khanwah) – यह युद्ध मेवाड़ के राणा सांगा तथा बाबर के बीच हुआ। इस युद्ध में राणा सांगा की पराजय हुई।
1540 ई. – बिलग्राम का युद्ध (Battle of Bilgram) – यह युद्ध कन्नौज के निकट बिलग्राम में मुगल सम्राट हुमायूं और शेरशाह सूरी के मध्य लड़ा गया। हुमायूं पराजित होकर भारत छोड़ने पर विवश हुआ। शेरशाह सूरी उत्तारी भारत का शासक बना।
1556 ई. – पानीपत का द्वितीय युद्ध (Second Battle of Panipat) – यह युद्ध अकब्बर के सेनापति बैरम खां और मपहम्मद आदिल शाह के हिन्दू सेनापति हेमू के बीच लड़ा गया था जिसमें हेमू पराजित हुआ।
1564-65 ई. – तालीकोट का युद्ध (Battle of Talikota) – यह युद्ध दक्षिण भारत के राज्य विजयनगर के राम राजा तथा हुसेन निजाम शाह के नेतृत्व में बीजापुर, बीदर, अहमदनगर और गोलकुंडा राज्यों के मध्य हुआ था। इसमें राम राजा पराजित हुआ जिससे हिन्दू विजयनगर राज्य नष्ट हो गया।
1576 ई. – हल्दी घाटी का युद्ध (Battle of Haldighati) – राणा प्रताप द्वारा अकब्बर के अधिपत्य को स्वीकार न करने के कारण राजा मानसिंह और आसफ खां द्वितीय के नेतृत्व में अकब्बर की सेना ने मेवाड़ पर आक्रमण कर दिया। उदयपुर के निकट हल्दीघाटी में दोनों सेनाओं में युद्ध हुआ। परास्त होकर राणा प्रताप पहाड़ियों में जाकर छिपना पड़ा।
1757 ई. – प्लासी का युद्ध (Battle of Plassey) –  इस युद्ध में लार्ड क्लाइव के नेतृत्व में अंग्रेजों ने फ्रांसीसी सेना की सहायता से लड़ रहे नवाब सिराजुद्दौला को पराजित किया था। नवाब की पराजय से बंगाल में मुस्लिम शासन समाप्त हुआ। भारत में अंग्रेजी शासन की नींव पड़ी।
1760 ई. – वांडूवास का युद्ध (Battle of Wandiwash) – यह युद्ध दक्षिण भारत में ब्रिटिश तथा फ्रांसीसी सेनाओं के बीच हुआ था। फ्रांस की पराजय से भारत में उनकी शक्ति सदैव के लिए समाप्त हो गई।
1761 ई. – पानीपत का तृतीय युद्ध (Third Battle of Panipat) – इस युद्ध में अहमद शाह अब्दाली ने मराठा शासकों को पराजित किया।
1764 ई. – बक्सर का युद्ध (Battle of Buxar) – इस युद्ध में सर हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना ने मीर कासिम,शुजाउद्दौला तथा शाह आलम द्वितीय की संयुक्त कमान में मुस्लिम सेना को पराजित किया। इसे उत्तारी भारत में अंग्रेज सर्व शक्तिमान हो गये।
1767-69 ई. – मैसूर का प्रथम युद्ध (First Mysore War) – यह युद्ध ईस्ट इंडिया कम्पनी तथा मैसूर के शासक हैदरअली और हैदराबाद के निजाम के बीच लड़ा गया। हैदरअली व निजाम परास्त हुए। निजाम युद्ध से अलग हो गया। हैदरअली और अंग्रेजों की संधि हो गई।
1780 ई. – मैसूर का द्वितीय युद्ध (Second Mysore War) – यह युद्ध हैदर अली और अंग्रेजो के बीच लड़ा गया।
1790 ई. – मैसूर का तृतीय युद्ध (Third Mysore War) – यह युद्ध टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच लड़ा गया जिसकी समाप्ति संधि के द्वारा हुई।
1799 ई. – मैसूर का चतुर्थ युद्ध (Fourth Mysore War) – यह युद्ध भी टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच लड़ा गया जिसमें टीपू सुल्तान की हार हुई और मैसूर शक्ति का पतन हुआ।


Written by Khube Ram

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